BNS क्या है और इसका उपयोग क्या है? क्या यह भारतीय दंड संहिता को हटा देगी?
BNS भारतीय न्याय संहिता है जो कि ipc भारतीय दंड संहिता को हटा देगी अब क्यों हटा देगी?
क्योंकि पहले जब किसी की ट्रक से टक्कर होती थी तब वह व्यक्ति वही मर जाता था और उस व्यक्ति पर आईपीसी की धारा 304 लगाकर व्यक्ति को 2 साल की जेल होती थी और उसके बीच में ही वह जमानत पर आ जाता था|
इसका किस्सा बहुत लंबा है इसका किस्सा तब का है जब हमारे देश में अंग्रेज रहते थे तब वह भारतीय लोगों को गाड़ी से टक्कर मार देते थे और इसीलिए उन्होंने सजा को इतना कम रखा था |
अंग्रेजों ने तब भी अपना फायदा सोचा था कि हमारे द्वारा टकराव से अगर किसी भारतीय व्यक्ति की मृत्यु हो गई तो हमें ज्यादा सजा नहीं होगी हम जमानत पर बाहर आ जाएंगे यह थी ब्रिटिश के अंग्रेजों की सच्चाई । इसीलिए ब्रिटिश के लोगों ने 1860 में आईपीसी यानी भारतीय दंड संहिता को जारी किया था और टकराव पर इतनी कम सजा रखी थी|
अब आप यह बताओ की एक व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है और सिर्फ 2 साल की जेल हो सकती है?
यह तब व्यक्ति की जान का मूल्य था |
जैसा कि आपको पता लगा होगा कि BNS यानी भारतीय न्याय संहिता में अगर आप किसी का ट्रक से एक्सीडेंट करते हो तो आपको 10 लाख रुपए देने होंगे और 10 साल की सजा होगी तो यह पूरी तरह गलत है।
आपको 0-5 साल तक की सजा हो सकती है लेकिन 10 लाख रुपए नहीं लिए जा सकते हैं।
यह 0-5 साल तक की सजा तब जाती है कि जब आप उस व्यक्ति को अस्पताल ले जाकर एडमिट करा दो और वह व्यक्ति बच जाए लेकिन जब आपने उस व्यक्ति को बचाया नहीं य अस्पताल में एडमिट नहीं कराया तब आपको 10 साल तक की सजा होगी।
अब यहां से सवाल उठता है कि आपके ऊपर लोग बरस जाते हैं या लोगों की भीड़ आपको मारने को लिपट जाती है तब आप क्या करेंगे?
यदि आपको ऐसा लग रहा है कि लोग आपको पकड़ कर मार डालेंगे तब वहां पर गाड़ी चलाते हुए 112 नंबर पर कॉल कर दे और यह बता दें कि मेरे पीछे सारी पब्लिक पड़ी हुई है और मेरी गलती से या गाड़ी से उस व्यक्ति का एक्सीडेंट हो गया है।
तब आपको 0-5 साल की सजा होगी।
यदि जानकारी अच्छी लगी हो तो मुझे फॉलो करें।
यदि कोई कानूनी सवाल हो तब संपर्क करें :- arunsaini8415077@gmail.com
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